मिट्टी की जाँच के लिए सॉइल सैंपल कैसे निकालें?

 नमस्ते किसान भाइयों,

सॉइल हेल्थ कार्ड या मृदा स्वास्थ्य कार्ड का क्या महत्व है यह हमने पहले ही आपको बताया है।

आज हम आपको सॉइल टेस्टिंग के लिए खेत से मिट्टी का नमूना या सैंपल कैसे निकालें और इसके लिए यूनिकिसान एप के जरिए ऑनलाइन आवेदन कैसे करें, इसकी जानकारी साझा करेंगे।

कई किसान भाई इस प्रक्रिया को जानते भी होंगे। अगर नहीं जानते हैं, तो यह ब्लॉग ज़रूर पढ़ें।

अब हम आपको बताएंगे कि मिट्टी की जाँच कब और कैसे करनी चाहिए।

मिट्टी की जाँच कब करें?

  • फसल के कटाई हो जाने के बाद नए मौसम की शुरुआत से पहले मिट्टी की जाँच करनी चाहिए। 

  • मार्च से मई का समय मिट्टी की जाँच के लिए सबसे अच्छा होता है। 

  • ध्यान रखें कि मिट्टी का नमूना लेते समय भूमि में नमी की मात्रा कम से कम हो।

मिट्टी की जाँच कैसे करनी चाहिए?

  • एक एकड़ क्षेत्र में लगभग 8-10 स्थानों से ‘V’ आकार के 6 इंच गहरे गहरे गढ्ढे बनायें।

  • एक खेत के सभी स्थानों से प्राप्त मिट्टी को एक साथ मिलाकर ½ किलोग्राम का एक सन्युक्त नमूना बनायें।

  • नमूने की मिट्टी से कंकड़, घास इत्यादि अलग करें।

  • सूखे हुए नमूने को कपड़े या प्लास्टिक की थैली में भरकर कृषक का नाम, पता, खसरा संख्या, मोबाइल नम्बर, आधार संख्या, उगाई जाने वाली फसलों आदि का ब्यौरा दें।

  • नमूना प्रयोगशाला को प्रेषित करें।

आप मिट्टी की जाँच के लिए निचे दिए गए यूनिकिसान एप के लिंक के जरिए केवल 99 रुपये का भुगतान करके ऑनलाइन आवेदन भी कर सकते हैं।

https://pages.razorpay.com/pl_OBTz6Dba0h6wNU/view


ऑनलाइन आवेदन करने के बाद, यूनिकिसान की टीम आपसे संपर्क करेगी और लगभग 15-20 दिनों में आपको आपके खेत की मिट्टी का सॉइल हेल्थ कार्ड साझा करेगी।

तो किसान भाइयों, इस तरह आप मिट्टी की जाँच के लिए आवेदन कर सकते हैं और यूनिकिसान एप  के जरिए समय पर सॉइल हेल्थ कार्ड प्राप्त कर सकते हैं।


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