यूनिकिसान ऐप का उपयोग करने के फायदे
किसान भाइयों, आज हम आपको यूनिकिसान ऐप की विस्तार से जानकारी देने वाले हैं। कई किसान भाई इसे पहले ही डाउनलोड कर चुके होंगे। उसका लाभ भी उठा रहे होंगे। हम आपको बताएंगे कि ये एक ऐप कितने तरीकों से किसानों के लिए लाभदायी होता है।
दोस्तों, यूनिकिसान ऐप प्रेडिक्टिव एआई (AI) का उपयोग करता है। यानी आगे की बात बताता है, ताकि आप खेती के बारे में सही निर्णय ले सकें। यूनिकिसान ऐप को जानने के बाद आप समझ जाएंगे कि ये ऐप खास है। खेती से संबंधित बाकी ऐप से ये बिल्कुल अलग है।
ऐप खोलते ही ओटीपी (OTP) वेरिफिकेशन के बाद आपको पूछा जाता है कि आपके पास फार्मिंग सॉइल हेल्थ कार्ड यानी मृदा स्वास्थ्य कार्ड है या नहीं।
अगर आपके पास ये कार्ड नहीं है तो उसके लिए ऑनलाइन निवेदन कैसे देना है ये सरल भाषा में सिखाएगा।
अगर आपके पास ये कार्ड है तो आपको सॉइल हेल्थ कार्ड में दी जाने वाली जानकारी दर्ज करने को कहा जाएगा। आपके खेत की मिट्टी में पीएच, आर्गेनिक कार्बन, फास्फोरस, पोटाश, जिंक, नाइट्रोजन, वगैरह की मात्रा कितनी है ये दर्ज करते ही आपकी मिट्टी के लिए कौन सी पोषक तत्व सही रहेगी इसकी सलाह दी जाएगी।
अब हम समझेंगे कि इस ऐप की एआई (AI) तकनीक आपको कैसे मदद करती है। ऐप में सॉइल हेल्थ कार्ड की जानकारी के साथ आपको कौन सी फसल चाहिए उसकी जानकारी आप दर्ज करें तो चुने हुए फसल के अनुसार ऐप आपको सलाह देगा।
भारत में अलग-अलग प्रदेशों की जमीन अलग-अलग तरह की होती है। हर जमीन की मिट्टी की अपनी एक पहचान होती है। इनमें से कुछ जमीनों में फास्फोरस ज्यादा होता है, कहीं पोटाश ज्यादा होता है, तो कहीं आर्गेनिक कार्बन कम होता है, कोई जमीन एसिडिक या कोई एल्कलाइन इत्यादि होती है। आप अपने मृदा स्वास्थ्य कार्ड में देखकर इन सबके जो भी मूल्य ऐप में डालेंगे, उस हिसाब से गणित करके यूनिकिसान ऐप आपको बताएगा कि आपके खेत के लिए क्या सही रहेगा, जिससे आप अच्छी फसल पा सकते हैं। इस तरह आप बिना किसी की मदद के अपनी खेती के लिए क्या सही है ये तय कर सकते हैं, और पूरी खेती ऐप के जरिए कर सकते हैं।
उदाहरण के लिए, जमीन में आर्गेनिक कार्बन अगर कम है तो उसे कैसे बढ़ाया जाए, खाद, आर्गेनिक कीटनाशक कितनी मात्रा में डालना है या कब डालना है, इत्यादि सलाह ऐप आपको देगा।
अगर आपनी जमीन नई है और आप उसपर खेती करना चाहते हैं तब भी ऐप आपको नई जमीन के हिसाब से लगने वाले पोषक तत्वों के बारे में सलाह देगा।
यूनिकिसान आपको दो तरीके के उपाय बताता है। -
सेमी-आर्गेनिक: इसमें लगभग 70%-80% आर्गेनिक इनपुट्स और 20%-30% रासायनिक इनपुट्स होते हैं। ये वाला उपाय 90% किसानों के लिए उपयुक्त है। -
100% आर्गेनिक: इसमें 100% आर्गेनिक इनपुट्स का इस्तेमाल होता है।
हर किसान की जमीन इतनी सशक्त नहीं होती और अगर जमीन में सालों से रसायनिक खाद डाली जा रही है, तो उसे धीरे-धीरे आर्गेनिक की तरफ ले जाना होगा।
तो हम हर किसान को सेमी-आर्गेनिक से शुरुआत करने की सलाह देंगे। और फिर तीन से चार फसल के सीजन के बाद वह पूरा आर्गेनिक यानी 100% आर्गेनिक सल्यूशन का इस्तेमाल शुरू कर सकते हैं। क्योंकि तब तक उनकी जमीन पूरी तरह स्वस्थ और उपजाऊ हो चुकी होगी और रसायनिक खादों की आदत से मुक्त हो चुकी होगी।
अब, रसायनिक से आर्गेनिक फार्मिंग की ओर जाते हुए, जरूरी है कि किसान को जितनी मात्रा में फसल मिलती थी उतनी या उससे ज्यादा फसल की पैदावार मिले, और उसकी गुणवत्ता भी बढ़ती जाए। यूनिकिसान ऐप की रचना करते समय इस बात का पूरा ध्यान रखा गया है। ये यूनिकिसान की सबसे बड़ी खासियत है।
अब, कुछ किसान भाई पहले से ही 100% आर्गेनिक खेती करते होंगे। लेकिन ये हो सकता है कि उपज उतनी अच्छी नहीं मिलती होगी। ऐसे किसानों के लिए भी यूनिकिसान ऐप उपज बढ़ाने के तरीके बताता है।
यूनिकिसान ऐप पर आपको आपके इलाके में दुकानों में आर्गेनिक खाद, या आर्गेनिक कीटनाशक, कहां-कहां मिलते हैं ये भी पता चलेगा। आप ऐप पर ही ये चीजें खरीद भी सकते हैं। इसी तरह, यूनिकिसान ऐप पर आप अपने खेत के आर्गेनिक उत्पाद बेच भी सकते हैं।
इस तरह से, यूनिकिसान ऐप आपको ऑनलाइन ही मृदा स्वास्थ्य कार्ड बनवाने से लेकर, बुआई, आर्गेनिक खाद, आर्गेनिक कीटनाशक, और आपके खेत का उत्पाद बेचने तक सारी सुविधाएं घर बैठे देता है। और भी बहुत कुछ है इस ऐप में, जो हम आपको एक-एक करके बताएंगे।
फिलहाल, इतना ही कहेंगे कि आप जल्दी से यूनिकिसान ऐप डाउनलोड करें और हमें नीचे लिखकर बताएं कि ये ऐप आपके किस-किस तरह काम आया।
https://play.google.com/store/apps/details?id=com.uniksian.com
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