ऑर्गनिक नाइट्रोजन फर्टिलाइज़र का महत्व क्या है?
नमस्कार किसान भाइयों,
आज हम नाइट्रोजन फर्टिलाइजर्स की चर्चा करेंगे। ये फर्टिलाइजर्स खेतों में नाइट्रोजन देने का मुख्य काम करते हैं। इनमें सबसे ज्यादा प्रयोग होने वाला केमिकल खाद है यूरिया, जिसमें लगभग 46.6% नाइट्रोजन होता है, और दूसरा केमिकल खाद है अमोनियम सल्फेट, जिसमें लगभग 21% नाइट्रोजन होता है। ये दोनों केमिकल फर्टिलाइजर्स फसल को बढ़ने में मदद करते हैं । ये मुख्य रूप से सिंचाई के समय इस्तेमाल किए जाते हैं।
यूरिया की जगह ऑर्गेनिक नाइट्रोजन फर्टिलाइजर ढूंढना मुश्किल है। इसलिए, हमें धीरे-धीरे नाइट्रोजन फिक्सिंग बैक्टीरिया का इस्तेमाल बढ़ाना होगा, जो वायुमंडल से नाइट्रोजन को मिट्टी में खींच कर लाते हैं, जिससे पौधों को बढ़ने के लिये जरूरी पोषण मिलता है। इस तरीके से हम यूरिया का इस्तेमाल कम कर सकते हैं और फसलों को स्वस्थ रख सकते हैं।
नाइट्रोजन फिक्सिंग बैक्टीरिया के कुछ प्रकार हैं जो बाजार में तरल रूप में उपलब्ध हैं।
बायो एनपीके (Bio-NPK)
एजेटोबैक्टर (Azotobacter)
एजोस्पिरिलियम (Azospirillum), इत्यादि।
इनका डोज है – 0. 5 से 1 लीटर प्रति एकर। बुवाई के समय इसे आर्गेनिक मैन्यूर में मिला के खेत में डालना है। पहली सिंचाई के समय इसे स्प्रे टैंक के माध्यम से 20 लीटर पानी में मिलाकर ड्रेंचिंग करनी चाहिए ताकि वो पौधे के जड़ तक जाये। अगर आप दूसरी सिंचाईं करते हैं, तब भी इसे आर्गेनिक मैन्यूर में मिला के खेत में डालना है।
नाइट्रोजन फिक्सिंग बैक्टीरिया का इस्तेमाल यूरिया डालने के 48 घंटे पहले या 48 घंटे बाद में करना चाहिये। हर सिंचाई के चक्र में यूरिया का डोज़ 50% कम कर दें।
इस तरह आप खेती में यूरिया का इस्तेमाल धीरे-धीरे कम करते हुए नाइट्रोजन फिक्सिंग बैक्टीरिया का इस्तेमाल करके नाइट्रोजन की कमी को पूरा करें। यह पौधों की बढ़वार के लिए अच्छा है।
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आपके ये ब्लॉग्स बहुत काम आते हैं हमारे. मैं और मेरे कितने ही शहरी दोस्त खेती करना चाहते हैं, पर खेती का कुछ नहीं पता. #Unikisan.com की जानकारी पढकर बहुत स्पष्टता आ रही है. कृपया लिखते रहें.
ReplyDeleteयह जानकर बहुत अच्छा लगा कि आपको हमारे ब्लॉग पसंद हैं। धन्यवाद।
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